भारत और बांग्लादेश में आर्थिक विकास पर द्विपक्षीय व्यापार समझौतों का प्रभाव
Author : Ajay Pratap Singh and Dr. Pappi Misra
Abstract :
यह शोधपत्र 21वीं सदी में भारत और बांग्लादेश के आर्थिक विकास पर द्विपक्षीय व्यापार समझौतों के प्रभाव की जांच करता है। 1980 के व्यापार समझौते, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) और अंतर्देशीय जल पारगमन और व्यापार पर प्रोटोकॉल (PIWTT) जैसे प्रमुख व्यापार समझौतों के व्यापक विश्लेषण के माध्यम से, अध्ययन दोनों देशों में व्यापार की मात्रा, जीडीपी वृद्धि, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और रोजगार बढ़ाने में उनकी भूमिका की जांच करता है। निष्कर्ष बताते हैं कि इन समझौतों ने निर्यात के अवसरों को बढ़ाकर, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देकर और रोजगार पैदा करके आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। व्यापार असंतुलन, गैर-टैरिफ बाधाओं और राजनीतिक तनाव जैसी चुनौतियों के बावजूद, शोधपत्र आर्थिक विविधीकरण, क्षेत्रीय एकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास के अवसरों पर प्रकाश डालता है। मौजूदा चुनौतियों का समाधान करने और द्विपक्षीय व्यापार समझौतों के लाभों को अनुकूलित करने, भारत और बांग्लादेश के बीच निरंतर आर्थिक विकास और मजबूत आर्थिक संबंधों को सुनिश्चित करने के लिए नीतिगत सिफारिशें प्रदान की गई हैं I
Keywords :
द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreements), आर्थिक वृद्धि (Economic Growth), प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (Foreign Direct Investment), व्यापार मात्रा (Trade Volume), सीमा हाट (Border Haats) I