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ग्लोबल वार्मिंग का वर्तमान ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव एवं 2030 तक ग्रामीण बेरोजगारी का अध्ययन एक विशेष सन्दर्भ नागौर, राजस्थान (भारत) में आंकलन सर्वे

Author : डॉ. रामस्वरूप साहू और डॉ. विजय बाजिया

Abstract :

राजस्थान के मारवाड क्षेत्र नागौर जिले की तहसीलों में उपजाऊ फसल गाँवों का एक अध्ययन व सर्वे जिसका समय अन्तराल 4 दशको का लिया है। मुख्य रूप से बिजली की आपूर्ति कम हुआ करती थी तब केवल मानसूनी खरीब फसल होती थी, उन पर आज बहुत प्रभाव पड़ा है। चुनीदां गांव में सिचाई जैसे कुँआ, तालाब से सम्भव थी वहाँ रबी फसल होती उन पर आज बहुत प्रभाव पड़ा है। रासायनिक दवाईयों का प्रभाव, ग्लोबल वॉर्मिग का प्रभाव, जनसख्या वृद्धि का प्रभाव, जंगलों के नष्ट होने का प्रभाव व मजदूरी के लिए मानक श्रम की अनउपलब्धतता का प्रभाव जैसे अनेकों कारकों का 4 दशकों और इससे भी ज़्यादा का अध्ययन सर्वे स्पष्ट करता है कि जिले नागौर (राजस्थान) मे कर्ज की अर्थव्यवस्था जोरों पर है। 2030 में ये आँकड़े भयावह स्थिति पैदा करेंगें जैसे गृह-कलेश, भाई-भाई मे मतभेद, बच्चों पर रसायनिक उपयोग की गई खाध सामग्री का प्रभाव व बेरोजगारी चरम पर होगी I

Keywords :

ग्रामीण अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, GDP, ग्लोबल वार्मिंग आदि I